लड़के और लड़कियों के हाथ पर तिल होना शुभ होता है या अशुभ?
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लड़के और लड़कियों के हाथ पर तिल होना शुभ होता है या अशुभ?

आपके हाथ पर तिल है? क्या ये सौभाग्य का संकेत है या किसी चुनौती का? जानिए लड़के और लड़कियों के लिए इसका रहस्य!

हाथ पर तिल होने के बारे में

हाथ पर तिल होना विशेष महत्व रखता है। दाहिने हाथ पर तिल होने से व्यक्ति को भाग्य, धन और सफलता प्राप्त होती है। बाएं हाथ पर तिल होने से संघर्ष के बाद सफलता मिलती है। तिल का स्थान जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रभाव डालता है।

1.हाथ पर तिल होना 2.हाथ पर तिल होना शुभ या अशुभ ?3.तिल का रंग क्या बताता है?4.ज्योतिषीय रहस्य क्या है? 5.लड़कों के हाथ में तिल का क्या मतलब होता है?6.तिल - स्थान के अनुसार अर्थ7.तिल : स्थान के अनुसार अर्थ8.अंगूठे पर तिल होने का महत्व9.स्थान अनुसार फल 10.अंगूठे पर तिल का अर्थ 11.तर्जनी पर तिल का अर्थ 12.स्थान के अनुसार अर्थ13.तर्जनी पर तिल का अर्थ14.मध्यमा पर तिल का महत्व15.स्थान के अनुसार अर्थ 16.मध्यमा पर तिल का अर्थ17.अनामिक पर तिल का महत्व 18.स्थान के अनुसार अर्थ19.अनामिका पर तिल का अर्थ 20.कनिष्ठा पर तिल का महत्व21.कनिष्ठा पर तिल का अर्थ22.हथेली के बीच, किनारे, मणिबंध तिल का महत्व23.हथेली के बीच तिल का महत्व24.हथेली के किनारे तिल का महत्व 25.मणिबंध (कलाई के पास) पर तिल का महत्व

हाथ पर तिल होना

हर इंसान की हथेली उसकी किस्मत की किताब होती है। रेखाओं के साथ-साथ हथेली पर बने तिल भी जीवन के कई रहस्यों को उजागर करते हैं। सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है कि तिल न केवल शरीर की शोभा बढ़ाते हैं, बल्कि यह हमारे भविष्य, स्वभाव और भाग्य से भी गहराई से जुड़े होते हैं। चलिए जानते हैं - हाथ पर तिल का ज्योतिषीय रहस्य, इसका शुभ-अशुभ प्रभाव और आपकी जिंदगी पर इसका अद्भुत असर…

हाथ पर तिल होना शुभ या अशुभ ?

हम सभी की हथेली में कुछ अनोखी बात होती है – कोई रेखाएं पढ़ता है, कोई अंगुलियों का आकार देखता है… लेकिन एक चीज़ जो अक्सर अनदेखी रह जाती है, वो है – हथेली पर तिल। जी हां, ये छोटे-छोटे तिल न केवल त्वचा का निशान हैं, बल्कि भाग्य के संकेत भी होते हैं।

दाहिने हाथ पर तिल (पुरुषों के लिए विशेष शुभ)

  • आमतौर पर दाहिने हाथ पर तिल होना भाग्यशाली माना जाता है।
  • यह धन, सम्मान, सफलता और विदेश यात्रा के योग देता है।
  • ऐसे व्यक्ति जीवन में अवसरों से भरे रहते हैं।

बाएं हाथ पर तिल (महिलाओं के लिए विशेष शुभ)

  • महिलाओं के लिए बाएं हाथ पर तिल सौभाग्य, सुख-समृद्धि और अच्छे दांपत्य जीवन का संकेत देता है।
  • पारिवारिक जीवन खुशहाल रहता है।

तिल का रंग क्या बताता है?

  • काला तिल : संघर्ष के बाद सफलता। मेहनत ज्यादा लेकिन फल मीठा।
  • लाल या भूरा तिल : तेज उन्नति, आकर्षक व्यक्तित्व, करियर में अचानक ग्रोथ।
  • हल्का तिल : कभी-कभी स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं लेकिन बड़े संकट टल जाते हैं।

ज्योतिषीय रहस्य क्या है?

भारतीय ज्योतिष में तिल को ग्रहों की विशेष ऊर्जा का परिणाम माना जाता है। शनि व मंगल की स्थिति अक्सर तिल के निर्माण में योगदान करती है। तिल के स्थान से व्यक्ति की छिपी प्रतिभा, जीवन के उतार-चढ़ाव और कर्मफल के संकेत मिलते हैं।

भारतीय संस्कृति में तिल (यानि "मोल" या "मोल का चिन्ह") को केवल शरीर पर बने एक निशान के रूप में नहीं देखा जाता, बल्कि इसे आत्मा, जीवन और भाग्य से गहराई से जोड़ा जाता है।

समुद्रिक शास्त्र के अनुसार शरीर पर तिल का स्थान, रंग, आकार और संख्या व्यक्ति के भविष्य, स्वभाव और चरित्र का संकेतक होता है। गरुड़ पुराण और अग्नि पुराण में भी तिल का उल्लेख आता है। यमराज के दरबार में आत्मा के अच्छे-बुरे कर्मों के साथ उसके शरीर पर बने तिलों को भी महत्व दिया जाता है। तिल पितृ दोष शांति, यज्ञ, तर्पण, श्राद्ध आदि में भी अत्यंत पवित्र माना गया है। इसे पापों के नाशक और पुण्य देने वाला बताया गया है।

लड़कों के हाथ में तिल का क्या मतलब होता है?

दाहिने हाथ पर तिल (लड़कों के लिए)

  • यह अत्यंत शुभ माना जाता है।
  • ऐसे व्यक्ति परिश्रमी, साहसी, और महत्वाकांक्षी होते हैं।
  • धन, सफलता, उच्च पद, और यश के योग बनते हैं।
  • जीवन में संघर्ष तो आता है लेकिन अंततः सफलता प्राप्त होती है।
  • समाज में सम्मान मिलता है और परिवार में प्रतिष्ठा बढ़ती है।

तिल - स्थान के अनुसार अर्थ

स्थान

फल

हथेली के मध्य

बहुत बड़ा परिश्रमी, भाग्यशाली और धनवान।

अंगूठे पर

नेतृत्व क्षमता, प्रशासनिक योग, राजनीति में सफलता।

तर्जनी पर

बुद्धिमान, कला व शिक्षा में उत्कृष्टता।

मध्यमा पर

महत्वाकांक्षा से भरा, पदोन्नति के अच्छे योग।

अनामिका पर

सौंदर्य प्रेमी, ऐश्वर्य से जीवन यापन।

कनिष्ठा पर

व्यापारिक चातुर्य, विदेशी संपर्क से लाभ।

हथेली के पीछे (पृष्ठ भाग पर)

अचानक धन लाभ, गुप्त स्रोतों से आमदनी।

बाएं हाथ पर तिल (लड़कों के लिए)

  • यह थोड़ा मिश्रित फल देता है।
  • जीवन में उतार-चढ़ाव रह सकते हैं।
  • मेहनत अधिक करनी पड़ती है पर अंततः स्थिति संभल जाती है।
  • कभी-कभी निर्णयों में भ्रम या जल्दबाजी हो सकती है।

लड़कियों के हाथ में तिल का क्या अर्थ होता है?

  • बाएं हाथ पर तिल (लड़कियों के लिए)
  • सर्वाधिक शुभ माना जाता है।
  • ऐसी स्त्रियों का दांपत्य जीवन सुखमय होता है।
  • धन, ऐश्वर्य, संतान सुख और पारिवारिक समृद्धि का योग बनता है।
  • पति के सहयोग से जीवन में स्थिरता और सम्मान मिलता है।
  • जीवन में कम संघर्ष और अधिक भाग्य का साथ होता है।

तिल : स्थान के अनुसार अर्थ

स्थान

फल

हथेली के मध्य

सुख-समृद्धि, उच्च परिवार में विवाह।

अंगूठे पर

नेतृत्व क्षमता, पति-पत्नी में गहरा प्रेम।

तर्जनी पर

धार्मिक प्रवृत्ति, सम्मानित जीवन।

मध्यमा पर

महत्वाकांक्षा, कला और संगीत में रुचि।

अनामिका पर

प्रेमपूर्ण विवाह, अच्छे वैवाहिक संबंध।

कनिष्ठा पर

चतुराई, व्यापारिक लाभ।

हथेली के पीछे (पृष्ठ भाग पर)

अचानक धन लाभ, गुप्त योग से लाभ।

दाहिने हाथ पर तिल (लड़कियों के लिए)

  • कुछ शास्त्रों में इसे थोड़ा मिश्रित फलदायक बताया गया है।
  • ऐसे व्यक्तित्व में आत्मनिर्भरता और निर्णय क्षमता प्रबल होती है।
  • जीवन में चुनौतियां आ सकती हैं लेकिन मेहनत से सफल हो जाती हैं।
  • प्रेम संबंधों में सावधानी आवश्यक होती है।

अंगूठे पर तिल होने का महत्व

सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार अंगूठा पूरे हाथ का सबसे प्रभावशाली अंग माना जाता है। यह इच्छा शक्ति, आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और नेतृत्व का प्रतीक है।

स्थान अनुसार फल

तिल का स्थान

फल

अंगूठे के ऊपरी भाग (टिप पर)

नेतृत्व, बड़ा पद, सामाजिक प्रतिष्ठा, सम्मान।

अंगूठे के मध्य भाग पर

मजबूत इरादा, लक्ष्य प्राप्ति की क्षमता, आत्मनिर्भरता।

अंगूठे के नीचे (जड़ के पास)

संपत्ति, परिवार में सुख-शांति, अच्छे संबंध।

अंगूठे के साइड (बगल में)

प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव, गुप्त शत्रु से सावधानी।

अंगूठे पर तिल का अर्थ

  • निर्णय क्षमता बहुत मजबूत होती है।
  • कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते।
  • पति के जीवन में सहयोगी और शुभ फलदायिनी।
  • सुंदरता, सौम्यता और आकर्षण का केंद्र।

तर्जनी पर तिल का अर्थ

तर्जनी उंगली को ज्योतिष में गुरु (बृहस्पति) का प्रतीक माना गया है। यह उंगली हमारे आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, धर्म, न्यायप्रियता, शिक्षा और सम्मान का सूचक है।

स्थान के अनुसार अर्थ

तिल का स्थान

अर्थ

ऊपरी भाग (टिप के पास)

उच्च आदर्श, बड़ा सम्मान, गुरु पद, शिक्षा में सफलता।

मध्य भाग

प्रशासनिक क्षमता, न्यायप्रियता, समाज में नेतृत्व।

नीचे का भाग (जड़ के पास)

आध्यात्मिक झुकाव, धर्म व नीति पर चलने की प्रवृत्ति।

अंदरूनी किनारा

दूसरों को सच्चाई का मार्ग दिखाने वाला, पर थोड़ी कठोरता।

बाहरी किनारा

समाज में प्रसिद्धि, लेकिन निर्णयों में कभी-कभी उतावलापन।

तर्जनी पर तिल का अर्थ

  • बड़े पद प्राप्त करने की संभावना।
  • शिक्षा और करियर में उन्नति।
  • परिवार व समाज में सम्मान।
  • विवाह में योग्य व सम्मानित जीवनसाथी।

मध्यमा पर तिल का महत्व

मध्यमा को शनि ग्रह का प्रतिनिधि माना गया है। यह उंगली कर्म, न्याय, स्थिरता, अनुशासन, जिम्मेदारी, गहरी सोच और दीर्घकालिक सफलता का संकेत देती है।

स्थान के अनुसार अर्थ

तिल का स्थान

अर्थ

ऊपरी भाग (टिप के पास)

कड़ी मेहनत के बाद बड़ा पद, समाज में विशेष सम्मान।

मध्य भाग

कार्यक्षेत्र में स्थिरता, कर्मठता, धीमी लेकिन स्थायी उन्नति।

नीचे का भाग (जड़ के पास)

पारिवारिक जिम्मेदारियां अधिक, धैर्यवान और संयमी स्वभाव।

अंदरूनी किनारा

गंभीर सोच, गहरी योजना बनाने की क्षमता।

बाहरी किनारा

सामाजिक संबंधों में सावधानी, ईर्ष्या का शिकार हो सकते हैं।

मध्यमा पर तिल का अर्थ

  • जिम्मेदारियों का बोझ उठाने वाला स्वभाव।
  • निवेश और संपत्ति में स्थिरता।
  • धैर्य और स्थिरता का गुण
  • जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध, पर शुरू में चुनौतियां हो सकती हैं।

अनामिक पर तिल का महत्व

अनामिका उंगली का संबंध सूर्य और शुक्र ग्रह से माना जाता है। यह उंगली सौंदर्य, कला, ऐश्वर्य, यश, दांपत्य सुख और आत्मसम्मान का संकेत देती है।

स्थान के अनुसार अर्थ

तिल का स्थान

अर्थ

ऊपरी भाग (टिप के पास)

प्रसिद्धि, ग्लैमर, शोहरत और आकर्षक व्यक्तित्व।

मध्य भाग

कला, संगीत, फैशन, क्रिएटिव फील्ड में सफलता।

नीचे का भाग (जड़ के पास)

दांपत्य सुख, परिवार में शांति और संपन्नता।

अंदरूनी किनारा

रचनात्मक सोच, पर भावनात्मक अस्थिरता हो सकती है।

बाहरी किनारा

सार्वजनिक जीवन में सम्मान, पर कभी-कभी ईर्ष्या या आलोचना का सामना।

अनामिका पर तिल का अर्थ

  • आकर्षक व्यक्तित्व और आकर्षण शक्ति।
  • शोहरत पाने की संभावना — मीडिया, अभिनय, कला, राजनीति आदि में।
  • दांपत्य जीवन अच्छा, पर कभी-कभी अहंकार की प्रवृत्ति।
  • आर्थिक मामलों में भाग्यशाली।

कनिष्ठा पर तिल का महत्व

कनिष्ठा उंगली का संबंध बुध ग्रह से होता है। यह उंगली बुद्धि, वाणी, व्यापार, संचार क्षमता, तर्क शक्ति, कूटनीति और लेखन का प्रतीक है।

तिल का स्थान

अर्थ

ऊपरी भाग (टिप के पास)

तेज दिमाग, उत्कृष्ट संचार क्षमता, लेखक या वक्ता बनने के योग।

मध्य भाग

व्यापार में सफलता, चालाकी से निर्णय लेना।

नीचे का भाग (जड़ के पास)

परिवार में सुख-समृद्धि, पर गुप्त शत्रुओं से सावधानी।

अंदरूनी किनारा

पारिवारिक मामलों में चतुराई, पर रिश्तों में कभी-कभी तनाव।

बाहरी किनारा

विदेश यात्रा के योग, अंतरराष्ट्रीय संपर्कों से लाभ।

कनिष्ठा पर तिल का अर्थ

  • व्यापार और पैसे के मामले में चतुर।
  • बोलने की कला से लोगों को प्रभावित करने की क्षमता।
  • वकालत, मीडिया, मार्केटिंग, लेखन, और राजनीति में सफलता।
  • विवाह में सुख और समझदारी बनी रहती है।

हथेली के बीच, किनारे, मणिबंध तिल का महत्व

जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा व भाग्य रेखा के संगम पर तिल होना बहुत शुभ माना जाता है। यह व्यक्ति के सम्पूर्ण सौभाग्य का संकेत होता है।

हथेली के बीच तिल का महत्व

जीवन रेखा, मस्तिष्क रेखा व भाग्य रेखा के संगम पर तिल होना बहुत शुभ माना जाता है। यह व्यक्ति के सम्पूर्ण सौभाग्य का संकेत होता है। जीवन में अचानक बड़ा भाग्यवृद्धि का योग। धन-वैभव और मान-सम्मान मिलता है।

हथेली के किनारे तिल का महत्व

यह भाग हमारे सामाजिक संबंध, मित्रता, विदेश यात्रा और अवसरों से जुड़ा होता है। विदेश यात्रा या विदेश में बसने का प्रबल योग। व्यापारिक लाभ के अवसर विदेशों से प्राप्त होते हैं।

मणिबंध (कलाई के पास) पर तिल का महत्व

मणिबंध यानी कलाई पर तिल विशेष रूप से भाग्य, आयु, स्वास्थ्य व जीवन की सुरक्षा से जुड़ा होता है। जीवन में दीर्घायु, अच्छे स्वास्थ्य और लंबी सफलता का योग। यदि तिल दाहिनी कलाई पर हो तो पुरुषों के लिए विशेष शुभ। बाईं कलाई पर हो तो स्त्रियों के लिए विशेष शुभ।

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Published by Sri Mandir·July 15, 2025

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