
क्या आप राधारानी की कृपा और प्रेम का अनुभव करना चाहते हैं? जानिए 1000 राधारानी के दिव्य नाम और मंत्र, जो आपके जीवन में भक्ति, शांति और सुख-समृद्धि का संचार करते हैं
1000 राधारानी नाम और मंत्र का जाप प्रेम, भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है। यह मंत्र भगवान श्रीकृष्ण और राधारानी की कृपा प्राप्त करने का माध्यम है। इनके जाप से मन को शांति, जीवन में सकारात्मक ऊर्जा, और कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है। यह भक्त को आत्मिक संतोष, सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक आनंद प्रदान करता है, जिससे जीवन और भी सुंदर और संतुलित बनता है।
भगवान श्री कृष्ण और देवी राधा का प्रेम अनन्त और अद्वितीय है, जिसे ब्रह्मांड में सबसे पवित्र माना जाता है। राधा रानी के बिना श्री कृष्ण का नाम अधूरा है, क्योंकि वह उनकी आत्मा और प्रेरणा हैं। राधा और कृष्ण का प्रेम केवल एक सांसारिक प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि यह एक अद्वितीय आध्यात्मिक बंधन का प्रतीक है, जो आत्मा और परमात्मा के बीच के गहरे और निष्कलंक संबंध को दर्शाता है।
राधा रानी को हिंदू धर्म में दिव्य प्रेम, निस्वार्थता, करुणा और भक्ति की साकार रूप में पूजा जाता है। उनकी उपासना से जीवन में शुद्धता, प्रेम और शांति की शक्ति का संचार होता है। राधा रानी इतनी पावन हैं कि केवल उनके नाम-जाप से ही व्यक्ति को जीवन में अमृत जैसा अनुभव मिलता है। उनका स्मरण करने से व उनसे नाम का जाप करने से मनुष्य की आत्मा शुद्ध होती है, भक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है और परमात्मा से संबंध गहरा होता है।
चलिए अब जानते हैं कि अगर आप भी देवी राधा की उपासना हेतु देवी राधा की सहस्रनामावली का पाठ करना चाहते हैं, तो उसकी सही विधि क्या है?
सबसे पहले सुबह जल्दी उठकर सभी नित्यकर्मों से निवृत हो जाएं। इसके बाद स्वच्छ कपड़े धारण करें और अपने घर के मंदिर को स्वच्छ करें। वहां गंगा जल का छिड़काव करके दीप प्रज्वलित करें और पूजा स्थल को पवित्र करें। फिर, अपनी दैनिक पूजा विधि से राधा रानी का पूजन करें। पूजन के बाद, मन को एकाग्र करके देवी राधा की सहस्रनामावली का पाठ करें। इस विधि से नियमित रूप से पूजा और पाठ करने से राधा रानी के साथ भगवान श्रीकृष्ण की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है और जीवन में शांति, सुख, और समृद्धि का वास होता है।
S.No | मंत्र |
| 1 | ॐ श्रीराधायै नमः। |
| 2 | ॐ राधिकायै नमः। |
| 3 | ॐ कृष्णवल्लभायै नमः। |
| 4 | ॐ कृष्णसंयुतायै नमः। |
| 5 | ॐ वृन्दावनेश्वर्यै नमः। |
| 6 | ॐ कृष्णप्रियायै नमः। |
| 7 | ॐ मदनमोहिन्यै नमः। |
| 8 | ॐ श्रीमत्यै नमः। |
| 9 | ॐ कृष्णकान्तायै नमः। |
| 10 | ॐ कृष्णानन्द-प्रदायिन्यै नमः। |
| 11 | ॐ यशस्विन्यै नमः। |
| 12 | ॐ यशोगम्यायै नमः। |
| 13 | ॐ यशोदानन्दवल्लभायै नमः। |
| 14 | ॐ दामोदरप्रियायै नमः। |
| 15 | ॐ गोप्यै नमः। |
| 16 | ॐ गोपानन्दकर्यै नमः। |
| 17 | ॐ कृष्णाङ्गवासिन्यै नमः। |
| 18 | ॐ हृद्यायै नमः। |
| 19 | ॐ हरिकान्तायै नमः। |
| 20 | ॐ हरिप्रियायै नमः। |
| 21 | ॐ प्रधानगोपिकायै नमः। |
| 22 | ॐ गोपकन्यायै नमः। |
| 23 | ॐ त्रैलोक्यसुन्दर्यै नमः। |
| 24 | ॐ वृन्दावनविहारिण्यै नमः। |
| 25 | ॐ विकासितमुखाम्बुजायै नमः। |
| 26 | ॐ गोकुलानन्दकर्त्र्यै नमः। |
| 27 | ॐ गोकुलानन्ददायिन्यै नमः। |
| 28 | ॐ गतिप्रदायै नमः। |
| 29 | ॐ गीतगम्यायै नमः। |
| 30 | ॐ गमनागमनप्रियायै नमः। |
| 31 | ॐ विष्णुप्रियायै नमः। |
| 32 | ॐ विष्णुकान्तायै नमः। |
| 33 | ॐ विष्णोरङ्कनिवासिन्यै नमः। |
| 34 | ॐ यशोदानन्दपत्न्यै नमः। |
| 35 | ॐ यशोदानन्दगेहिन्यै नमः। |
| 36 | ॐ कामारिकान्तायै नमः। |
| 37 | ॐ कामेश्यै नमः। |
| 38 | ॐ कामलालसविग्रहायै नमः। |
| 39 | ॐ जयप्रदायै नमः। |
| 40 | ॐ जयायै नमः। |
| 41 | ॐ जीवायै नमः। |
| 42 | ॐ जीवानन्दप्रदायिन्यै नमः। |
| 43 | ॐ नन्दनन्दनपत्न्यै नमः। |
| 44 | ॐ वृषभानुसुतायै नमः। |
| 45 | ॐ शिवायै नमः। |
| 46 | ॐ गणाध्यक्षायै नमः। |
| 47 | ॐ गवाध्यक्षायै नमः। |
| 48 | ॐ गवां अनुत्तमायै गत्यै नमः। |
| 49 | ॐ काञ्चनाभायै नमः। |
| 50 | ॐ हेमगात्रायै नमः। |
| 51 | ॐ काञ्चनाङ्गदधारिण्यै नमः। |
| 52 | ॐ अशोकायै नमः। |
| 53 | ॐ शोकरहितायै नमः। |
| 54 | ॐ विशोकायै नमः। |
| 55 | ॐ शोकनाशिन्यै नमः। |
| 56 | ॐ गायत्र्यै नमः। |
| 57 | ॐ वेदमात्रे नमः। |
| 58 | ॐ वेदातीतायै नमः। |
| 59 | ॐ विदुत्तमायै नमः। |
| 60 | ॐ नीतिशास्त्रप्रियायै नमः। |
| 61 | ॐ नीत्यै नमः। |
| 62 | ॐ गत्यै नमः। |
| 63 | ॐ अभीष्टदायै नमः। |
| 64 | ॐ मत्यै नमः। |
| 65 | ॐ वेदप्रियायै नमः। |
| 66 | ॐ वेदगर्भायै नमः। |
| 67 | ॐ वेदमार्गप्रवर्धिन्यै नमः। |
| 68 | ॐ वेदगम्यायै नमः। |
| 69 | ॐ वेदपरायै नमः। |
| 70 | ॐ विचित्रकनकोज्ज्वलायै नमः। |
| 71 | ॐ उज्ज्वलप्रदायै नमः। |
| 72 | ॐ नित्यायै नमः। |
| 73 | ॐ उज्ज्वलगात्रिकायै नमः। |
| 74 | ॐ नन्दप्रियायै नमः। |
| 75 | ॐ नन्दसुताराध्यायै नमः। |
| 76 | ॐ आनन्दप्रदायै नमः। |
| 77 | ॐ शुभायै नमः। |
| 78 | ॐ शुभाङ्ग्यै नमः। |
| 79 | ॐ विलासिन्यै नमः। |
| 80 | ॐ अपराजितायै नमः। |
| 81 | ॐ जनन्यै नमः। |
| 82 | ॐ जन्मशून्यायै नमः। |
| 83 | ॐ जन्ममृत्युजरापहायै नमः। |
| 84 | ॐ गतिमताङ्गत्यै नमः। |
| 85 | ॐ धात्र्यै नमः। |
| 86 | ॐ धात्र्यानन्दप्रदायिन्यै नमः। |
| 87 | ॐ जगन्नाथप्रियायै नमः। |
| 88 | ॐ शैलवासिन्यै नमः। |
| 89 | ॐ हेमसुन्दर्यै नमः। |
| 90 | ॐ किशोर्यै नमः। |
| 91 | ॐ कमलायै नमः। |
| 92 | ॐ पद्मायै नमः। |
| 93 | ॐ पद्महस्तायै नमः। |
| 94 | ॐ पयोददायै नमः। |
| 95 | ॐ पयस्विन्यै नमः। |
| 96 | ॐ पयोदात्र्यै नमः। |
| 97 | ॐ पवित्रायै नमः। |
| 98 | ॐ सर्वमङ्गलायै नमः। |
| 99 | ॐ महाजीवप्रदायै नमः। |
| 100 | ॐ कृष्णकान्तायै नमः। |
| 101 | ॐ कमलसुन्दर्यै नमः। |
| 102 | ॐ विचित्रवासिन्यै नमः। |
| 103 | ॐ चित्रवासिन्यै नमः। |
| 104 | ॐ चित्ररूपिण्यै नमः। |
| 105 | ॐ निर्गुणायै नमः। |
| 106 | ॐ सुकुलीनायै नमः। |
| 107 | ॐ निष्कुलीनायै नमः। |
| 108 | ॐ निराकुलायै नमः। |
| 109 | ॐ गोकुलान्तरगेहायै नमः। |
| 110 | ॐ योगानन्दकर्यै नमः। |
| 111 | ॐ वेणुवाद्यायै नमः। |
| 112 | ॐ वेणुरत्यै नमः। |
| 113 | ॐ वेणुवाद्यपरायणायै नमः। |
| 114 | ॐ गोपलास्यप्रियायै नमः। |
| 115 | ॐ सौम्यरूपायै नमः। |
| 116 | ॐ सौम्यकुलोद्वहायै नमः। |
| 117 | ॐ मोहायै नमः। |
| 118 | ॐ अमोहायै नमः। |
| 119 | ॐ विमोहायै नमः। |
| 120 | ॐ गतिनिष्ठायै नमः। |
| 121 | ॐ गतिप्रदायै नमः। |
| 122 | ॐ गीर्वाणवन्द्यायै नमः। |
| 123 | ॐ गीर्वाणायै नमः। |
| 124 | ॐ गीर्वाणगणसेवितायै नमः। |
| 125 | ॐ ललितायै नमः। |
| 126 | ॐ विशोकायै नमः। |
| 127 | ॐ विशाखायै नमः। |
| 128 | ॐ चित्रमालिन्यै नमः। |
| 129 | ॐ जितेन्द्रियायै नमः। |
| 130 | ॐ शुद्धसत्त्वायै नमः। |
| 131 | ॐ कुलीनायै नमः। |
| 132 | ॐ कुलदीपिकायै नमः। |
| 133 | ॐ दीपप्रियायै नमः। |
| 134 | ॐ दीपदात्र्यै नमः। |
| 135 | ॐ विमलायै नमः। |
| 136 | ॐ विमलोदकायै नमः। |
| 137 | ॐ कान्तारवासिन्यै नमः। |
| 138 | ॐ कृष्णायै नमः। |
| 139 | ॐ कृष्णचन्द्रप्रियायै नमः। |
| 140 | ॐ मत्यै नमः। |
| 141 | ॐ अनुत्तरायै नमः। |
| 142 | ॐ दुःखहन्त्र्यै नमः। |
| 143 | ॐ दुःखकर्त्र्यै नमः। |
| 144 | ॐ कुलोद्वहायै नमः। |
| 145 | ॐ मर्त्यै नमः। |
| 146 | ॐ लक्ष्म्यै नमः। |
| 147 | ॐ धृत्यै नमः। |
| 148 | ॐ लज्जायै नमः। |
| 149 | ॐ कान्त्यै नमः। |
| 150 | ॐ पुष्ट्यै नमः। |
| 151 | ॐ स्मृत्यै नमः। |
| 152 | ॐ क्षमायै नमः। |
| 153 | ॐ क्षीरोदशायिन्यै नमः। |
| 154 | ॐ देव्यै नमः। |
| 155 | ॐ देवारिकुलमर्दिन्यै नमः। |
| 156 | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
| 157 | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
| 158 | ॐ कुलपूज्यायै नमः। |
| 159 | ॐ कुलप्रियायै नमः। |
| 160 | ॐ सर्वदैत्यानां संहर्त्र्यै नमः। |
| 161 | ॐ सावित्र्यै नमः। |
| 162 | ॐ वेदगामिन्यै नमः। |
| 163 | ॐ वेदातीतायै नमः। |
| 164 | ॐ निरालम्बायै नमः। |
| 165 | ॐ निरालम्बगणप्रियायै नमः। |
| 166 | ॐ निरालम्बजनैः पूज्यायै नमः। |
| 167 | ॐ निरालोकायै नमः। |
| 168 | ॐ निराश्रयायै नमः। |
| 169 | ॐ एकाङ्ग्यै नमः। |
| 170 | ॐ सर्वगायै नमः। |
| 171 | ॐ सेव्यायै नमः। |
| 172 | ॐ ब्रह्मपत्न्यै नमः। |
| 173 | ॐ सरस्वत्यै नमः। |
| 174 | ॐ रासप्रियायै नमः। |
| 175 | ॐ रासगम्यायै नमः। |
| 176 | ॐ रासाधिष्ठातृदेवतायै नमः। |
| 177 | ॐ रसिकायै नमः। |
| 178 | ॐ रसिकानन्दायै नमः। |
| 179 | ॐ स्वयं रासेश्वर्यै नमः। |
| 180 | ॐ परायै नमः। |
| 181 | ॐ रासमण्डलमध्यस्थायै नमः। |
| 182 | ॐ रासमण्डलशोभितायै नमः। |
| 183 | ॐ रासमण्डलसेव्यायै नमः। |
| 184 | ॐ रासक्रीडामनोहरायै नमः। |
| 185 | ॐ पुण्डरीकाक्षनिलयायै नमः। |
| 186 | ॐ पुण्डरीकाक्षगेहिन्यै नमः। |
| 187 | ॐ पुण्डरीकाक्षसेव्यायै नमः। |
| 188 | ॐ पुण्डरीकाक्षवल्लभायै नमः। |
| 189 | ॐ सर्वजीवेश्वर्यै नमः। |
| 190 | ॐ सर्वजीववन्द्यायै नमः। |
| 191 | ॐ परात्परायै नमः। |
| 192 | ॐ प्रकृत्यै नमः। |
| 193 | ॐ शम्भुकान्तायै नमः। |
| 194 | ॐ सदाशिवमनोहरायै नमः। |
| 195 | ॐ क्षुधे नमः। |
| 196 | ॐ पिपासायै नमः। |
| 197 | ॐ दयायै नमः। |
| 198 | ॐ निद्रायै नमः। |
| 199 | ॐ भ्रान्त्यै नमः। |
| 200 | ॐ श्रान्त्यै नमः। |
| 201 | ॐ क्षमाकुलायै नमः। |
| 202 | ॐ वधूरूपायै नमः। |
| 203 | ॐ गोपपत्न्यै नमः। |
| 204 | ॐ भारत्यै नमः। |
| 205 | ॐ सिद्धयोगिन्यै नमः। |
| 206 | ॐ सत्यरूपायै नमः। |
| 207 | ॐ नित्यरूपायै नमः। |
| 208 | ॐ नित्याङ्ग्यै नमः। |
| 209 | ॐ नित्यगेहिन्यै नमः। |
| 210 | ॐ स्थानदात्र्यै नमः। |
| 211 | ॐ धात्र्यै नमः। |
| 212 | ॐ महालक्ष्म्यै नमः। |
| 213 | ॐ स्वयम्प्रभायै नमः। |
| 214 | ॐ सिन्धुकन्यायै नमः। |
| 215 | ॐ आस्थानदात्र्यै नमः। |
| 216 | ॐ द्वारकावासिन्यै नमः। |
| 217 | ॐ बुद्ध्यै नमः। |
| 218 | ॐ स्थित्यै नमः। |
| 219 | ॐ स्थानरूपायै नमः। |
| 220 | ॐ सर्वकारणकारणायै नमः। |
| 221 | ॐ भक्तप्रियायै नमः। |
| 222 | ॐ भक्तगम्यायै नमः। |
| 223 | ॐ भक्तानन्दप्रदायिन्यै नमः। |
| 224 | ॐ भक्तकल्पद्रुमातीतायै नमः। |
| 225 | ॐ अतीतगुणायै नमः। |
| 226 | ॐ मनोऽधिष्ठातृदेव्यै नमः। |
| 227 | ॐ कृष्णप्रेमपरायणायै नमः। |
| 228 | ॐ निरामयायै नमः। |
| 229 | ॐ सौम्यदात्र्यै नमः। |
| 230 | ॐ मदनमोहिन्यै नमः। |
| 231 | ॐ एकायै नमः। |
| 232 | ॐ अनंशायै नमः। |
| 233 | ॐ शिवायै नमः। |
| 234 | ॐ क्षेमायै नमः। |
| 235 | ॐ दुर्गायै नमः। |
| 236 | ॐ दुर्गतिनाशिन्यै नमः। |
| 237 | ॐ ईश्वर्यै नमः। |
| 238 | ॐ सर्ववन्द्यायै नमः। |
| 239 | ॐ गोपनीयायै नमः। |
| 240 | ॐ शुभङ्कर्यै नमः। |
| 241 | ॐ सर्वभूतानां पालिन्यै नमः। |
| 242 | ॐ कामाङ्गहारिण्यै नमः। |
| 243 | ॐ सद्योमुक्तिप्रदायै देव्यै नमः। |
| 244 | ॐ वेदसारायै नमः। |
| 245 | ॐ परात्परायै नमः। |
| 246 | ॐ हिमालयसुतायै नमः। |
| 247 | ॐ सर्वायै नमः। |
| 248 | ॐ पार्वत्यै नमः। |
| 249 | ॐ गिरिजायै सत्यै नमः। |
| 250 | ॐ दक्षकन्यायै नमः। |
| 251 | ॐ देवमात्रे नमः। |
| 252 | ॐ मन्दलज्जायै नमः। |
| 253 | ॐ हरेस्तन्वै नमः। |
| 254 | ॐ वृन्दारण्यप्रियायै वृन्दायै नमः। |
| 255 | ॐ वृन्दावनविलासिन्यै नमः। |
| 256 | ॐ विलासिन्यै नमः। |
| 257 | ॐ वैष्णव्यै नमः। |
| 258 | ॐ ब्रह्मलोकप्रतिष्ठितायै नमः। |
| 259 | ॐ रुक्मिण्यै नमः। |
| 260 | ॐ रेवत्यै नमः। |
| 261 | ॐ सत्यभामायै नमः। |
| 262 | ॐ जाम्बवत्यै नमः। |
| 263 | ॐ सुलक्ष्मणायै नमः। |
| 264 | ॐ मित्रविन्दायै नमः। |
| 265 | ॐ कालिन्द्यै नमः। |
| 266 | ॐ जह्नुकन्यकायै नमः। |
| 267 | ॐ परिपूर्णायै नमः। |
| 268 | ॐ पूर्णतरायै नमः। |
| 269 | ॐ हैमवत्यै नमः। |
| 270 | ॐ गत्यै नमः। |
| 271 | ॐ अपूर्वायै नमः। |
| 272 | ॐ ब्रह्मरूपायै नमः। |
| 273 | ॐ ब्रह्माण्डपरिपालिन्यै नमः। |
| 274 | ॐ ब्रह्माण्डाभाण्डमध्यस्थायै नमः। |
| 275 | ॐ ब्रह्माण्डभाण्डरूपिण्यै नमः। |
| 276 | ॐ अण्डरूपायै नमः। |
| 277 | ॐ अण्डमध्यस्थायै नमः। |
| 278 | ॐ अण्डपरिपालिन्यै नमः। |
| 279 | ॐ अण्डबाह्याण्डसंहर्त्र्यै नमः। |
| 280 | ॐ शिवब्रह्महरिप्रियायै नमः। |
| 281 | ॐ महाविष्णुप्रियायै नमः। |
| 282 | ॐ कल्पवृक्षरूपायै नमः। |
| 283 | ॐ निरन्तरायै नमः। |
| 284 | ॐ सारभूतायै नमः। |
| 285 | ॐ स्थिरायै नमः। |
| 286 | ॐ गौर्यै नमः। |
| 287 | ॐ गौराङ्ग्यै नमः। |
| 288 | ॐ शशिशेखरायै नमः। |
| 289 | ॐ श्वेतचम्पकवर्णाभार्यै नमः। |
| 290 | ॐ शशिकोटिसमप्रभायै नमः। |
| 291 | ॐ मालतीमाल्यभूषाढ्यायै नमः। |
| 292 | ॐ मालतीमाल्यधारिण्यै नमः। |
| 293 | ॐ कृष्णस्तुतायै नमः। |
| 294 | ॐ कृष्णकान्तायै नमः। |
| 295 | ॐ वृन्दावनविलासिन्यै नमः। |
| 296 | ॐ तुलस्यधिष्ठातृदेव्यै नमः। |
| 297 | ॐ संसारार्णवपारदायै नमः। |
| 298 | ॐ सारदायै नमः। |
| 299 | ॐ आहारदायै नमः। |
| 300 | ॐ अम्भोदायै नमः। |
| 301 | ॐ यशोदायै नमः। |
| 302 | ॐ गोपनन्दिन्यै नमः। |
| 303 | ॐ अतीतगमनायै नमः। |
| 304 | ॐ गोर्यै नमः। |
| 305 | ॐ परानुग्रहकारिण्यै नमः। |
| 306 | ॐ करुणार्णवसम्पूर्णायै नमः। |
| 307 | ॐ करुणार्णवधारिण्यै नमः। |
| 308 | ॐ माधव्यै नमः। |
| 309 | ॐ माधवमनोहारिण्यै नमः। |
| 310 | ॐ श्यामवल्लभायै नमः। |
| 311 | ॐ अन्धकारभयध्वस्तायै नमः। |
| 312 | ॐ मङ्गल्यायै नमः। |
| 313 | ॐ मङ्गलप्रदायै नमः। |
| 314 | ॐ श्रीगर्भायै नमः। |
| 315 | ॐ श्रीप्रदायै नमः। |
| 316 | ॐ श्रीशायै नमः। |
| 317 | ॐ श्रीनिवासाच्युतप्रभायै नमः। |
| 318 | ॐ श्रीरूपायै नमः। |
| 319 | ॐ श्रीहरायै नमः। |
| 320 | ॐ श्रीदायै नमः। |
| 321 | ॐ श्रीकामायै नमः। |
| 322 | ॐ श्रीस्वरूपिण्यै नमः। |
| 323 | ॐ श्रीदामानन्ददात्र्यै नमः। |
| 324 | ॐ श्रीदामेश्वरवल्लभायै नमः। |
| 325 | ॐ श्रीनितम्बायै नमः। |
| 326 | ॐ श्रीगणेशायै नमः। |
| 327 | ॐ श्रीस्वरूपाश्रितायै नमः। |
| 328 | ॐ श्रुत्यै नमः। |
| 329 | ॐ श्रीक्रियारूपिण्यै नमः। |
| 330 | ॐ श्रीलायै नमः। |
| 331 | ॐ श्रीकृष्णभजनान्वितायै नमः। |
| 332 | ॐ श्रीराधायै नमः। |
| 333 | ॐ श्रीमत्यै नमः। |
| 334 | ॐ श्रेष्ठायै नमः। |
| 335 | ॐ श्रेष्ठरूपायै नमः। |
| 336 | ॐ श्रुतिप्रियायै नमः। |
| 337 | ॐ योगेश्यै नमः। |
| 338 | ॐ योगमात्रै नमः। |
| 339 | ॐ योगातीतायै नमः। |
| 340 | ॐ युगप्रियायै नमः। |
| 341 | ॐ योगप्रियायै नमः। |
| 342 | ॐ योगगम्यायै नमः। |
| 343 | ॐ योगिनीगणवन्दितायै नमः। |
| 344 | ॐ जपाकुसमसङ्काशायै नमः। |
| 345 | ॐ दाडिमीकुसुमोपमायै नमः। |
| 346 | ॐ नीलाम्बरधरायै नमः। |
| 347 | ॐ धीरायै नमः। |
| 348 | ॐ धैर्यरूपधराधृत्यै नमः। |
| 349 | ॐ रत्नसिंहासनस्थायै नमः। |
| 350 | ॐ रत्नकुण्डलभूषितायै नमः। |
| 351 | ॐ रत्नालङ्कारसंयुक्तायै नमः। |
| 352 | ॐ रत्नमालाधरायै नमः। |
| 353 | ॐ परायै नमः। |
| 354 | ॐ रत्नेन्द्रसारहाराढ्यायै नमः। |
| 355 | ॐ रत्नमालाविभूषितायै नमः। |
| 356 | ॐ इन्द्रनीलमणिन्यस्तपादपद्मशुभायै नमः। |
| 357 | ॐ शुचये नमः। |
| 358 | ॐ कार्तिक्यै पौर्णमास्यै नमः। |
| 359 | ॐ अमावास्यायै नमः। |
| 360 | ॐ भयापहायै नमः। |
| 361 | ॐ गोविन्दराजगृहिण्यै नमः। |
| 362 | ॐ गोविन्दगणपूजितायै नमः। |
| 363 | ॐ वैकुण्ठनाथगृहिण्यै नमः। |
| 364 | ॐ वैकुण्ठपरमालयायै नमः। |
| 365 | ॐ वैकुण्ठदेवदेवाढ्यायै नमः। |
| 366 | ॐ वैकुण्ठसुन्दर्यै नमः। |
| 367 | ॐ मदालसायै नमः। |
| 368 | ॐ वेदवत्यै नमः। |
| 369 | ॐ सीतायै नमः। |
| 370 | ॐ साध्व्यै नमः। |
| 371 | ॐ पतिव्रतायै नमः। |
| 372 | ॐ अन्नपूर्णायै नमः। |
| 373 | ॐ सदानन्दरूपायै नमः। |
| 374 | ॐ कैवल्यसुन्दर्यै नमः। |
| 375 | ॐ कैवल्यदायिन्यै नमः। |
| 376 | ॐ श्रेष्ठायै नमः। |
| 377 | ॐ गोपीनाथमनोहरायै नमः। |
| 378 | ॐ गोपीनाथायै नमः। |
| 379 | ॐ ईश्वर्यै नमः। |
| 380 | ॐ चण्ड्यै नमः। |
| 381 | ॐ नायिकानयनान्वितायै नमः। |
| 382 | ॐ नायिकायै नमः। |
| 383 | ॐ नायकप्रीतायै नमः। |
| 384 | ॐ नायकानन्दरूपिण्यै नमः। |
| 385 | ॐ शेषायै नमः। |
| 386 | ॐ शेषवत्यै नमः। |
| 387 | ॐ शेषरूपिण्यै नमः। |
| 388 | ॐ जगदम्बिकायै नमः। |
| 389 | ॐ गोपालपालिकायै नमः। |
| 390 | ॐ मायायै नमः। |
| 391 | ॐ जयायै नमः। |
| 392 | ॐ आनन्दप्रदायै नमः। |
| 393 | ॐ कुमार्यै नमः। |
| 394 | ॐ यौवनानन्दायै नमः। |
| 395 | ॐ युवत्यै नमः। |
| 396 | ॐ गोपसुन्दर्यै नमः। |
| 397 | ॐ गोपमात्रे नमः। |
| 398 | ॐ जानक्यै नमः। |
| 399 | ॐ जनकानन्दकारिण्यै नमः। |
| 400 | ॐ कैलासवासिन्यै नमः। |
| 401 | ॐ रम्भायै नमः। |
| 402 | ॐ वैराग्यकुलदीपिकायै नमः। |
| 403 | ॐ कमलाकान्तगृहिण्यै नमः। |
| 404 | ॐ कमलायै नमः। |
| 405 | ॐ कमलालयायै नमः। |
| 406 | ॐ त्रैलोक्यमात्रे नमः। |
| 407 | ॐ जगतामधिष्ठात्र्यै नमः। |
| 408 | ॐ प्रियाम्बिकायै नमः। |
| 409 | ॐ हरकान्तायै नमः। |
| 410 | ॐ हररतायै नमः। |
| 411 | ॐ हरानन्दप्रदायिन्यै नमः। |
| 412 | ॐ हरपत्न्यै नमः। |
| 413 | ॐ हरप्रीतायै नमः। |
| 414 | ॐ हरतोषणतत्परायै नमः। |
| 415 | ॐ हरेश्वर्यै नमः। |
| 416 | ॐ रामरतायै नमः। |
| 417 | ॐ रामायै नमः। |
| 418 | ॐ रामेश्वर्यै नमः। |
| 419 | ॐ रमायै नमः। |
| 420 | ॐ श्यामलायै नमः। |
| 421 | ॐ चित्रलेखायै नमः। |
| 422 | ॐ भुवनमोहिन्यै नमः। |
| 423 | ॐ सुगोप्यै नमः। |
| 424 | ॐ गोपवनितायै नमः। |
| 425 | ॐ गोपराज्यप्रदायै नमः। |
| 426 | ॐ शुभायै नमः। |
| 427 | ॐ अङ्गारपूर्णायै नमः। |
| 428 | ॐ माहेय्यै नमः। |
| 429 | ॐ मत्स्यराजसुतायै नमः। |
| 430 | ॐ सत्यै नमः। |
| 431 | ॐ कौमार्यै नमः। |
| 432 | ॐ नारसिंह्यै नमः। |
| 433 | ॐ वाराह्यै नमः। |
| 434 | ॐ नवदुर्गिकायै नमः। |
| 435 | ॐ चञ्चलाचञ्चलामोदायै नमः। |
| 436 | ॐ नार्यै भुवनसुन्दर्यै नमः। |
| 437 | ॐ दक्षयज्ञहरायै नमः। |
| 438 | ॐ दाक्ष्यै नमः। |
| 439 | ॐ दक्षकन्यायै नमः। |
| 440 | ॐ सुलोचनायै नमः। |
| 441 | ॐ रतिरूपायै नमः। |
| 442 | ॐ रतिप्रीतायै नमः। |
| 443 | ॐ रतिश्रेष्ठायै नमः। |
| 444 | ॐ रतिप्रदायै नमः। |
| 445 | ॐ रतिलक्षणगेहस्थायै नमः। |
| 446 | ॐ विरजायै नमः। |
| 447 | ॐ भुवनेश्वर्यै नमः। |
| 448 | ॐ शङ्कास्पदायै नमः। |
| 449 | ॐ हरेर्जायायै नमः। |
| 450 | ॐ जामातृकुलवन्दितायै नमः। |
| 451 | ॐ वकुलायै नमः। |
| 452 | ॐ वकुलामोदधारिण्यै नमः। |
| 453 | ॐ यमुनाजयायै नमः। |
| 454 | ॐ विजयायै नमः। |
| 455 | ॐ जयपत्न्यै नमः। |
| 456 | ॐ यमलार्जुनभञ्जिन्यै नमः। |
| 457 | ॐ वक्रेश्वर्यै नमः। |
| 458 | ॐ वक्ररूपायै नमः। |
| 459 | ॐ वक्रवीक्षणवीक्षितायै नमः। |
| 460 | ॐ अपराजितायै नमः। |
| 461 | ॐ जगन्नाथायै नमः। |
| 462 | ॐ जगन्नाथेश्वर्यै नमः। |
| 463 | ॐ यत्यै नमः। |
| 464 | ॐ खेचर्यै नमः। |
| 465 | ॐ खेचरसुतायै नमः। |
| 466 | ॐ खेचरत्वप्रदायिन्यै नमः। |
| 467 | ॐ विष्णुवक्षःस्थलस्थायै नमः। |
| 468 | ॐ विष्णुभावनतत्परायै नमः। |
| 469 | ॐ चन्द्रकोटिसुगात्र्यै नमः। |
| 470 | ॐ चन्द्राननमनोहरायै नमः। |
| 471 | ॐ सेवासेव्यायै नमः। |
| 472 | ॐ शिवायै नमः। |
| 473 | ॐ क्षेमायै नमः। |
| 474 | ॐ क्षेमकर्यै नमः। |
| 475 | ॐ वध्वै नमः। |
| 476 | ॐ यादवेन्द्रवध्वै नमः। |
| 477 | ॐ शैब्यायै नमः। |
| 478 | ॐ शिवभक्तायै नमः। |
| 479 | ॐ शिवान्वितायै नमः। |
| 480 | ॐ केवलायै नमः। |
| 481 | ॐ निष्कलायै नमः। |
| 482 | ॐ सूक्ष्मायै नमः। |
| 483 | ॐ महाभीमायै नमः। |
| 484 | ॐ अभयप्रदायै नमः। |
| 485 | ॐ जीमूतरूपायै नमः। |
| 486 | ॐ जैमूत्यै नमः। |
| 487 | ॐ जितामित्रप्रमोदिन्यै नमः। |
| 488 | ॐ गोपालवनितायै नमः। |
| 489 | ॐ नन्दायै नमः। |
| 490 | ॐ कुलजेन्द्रनिवासिन्यै नमः। |
| 491 | ॐ जयन्त्यै नमः। |
| 492 | ॐ यमुनाङ्ग्यै नमः। |
| 493 | ॐ यमुनातोषकारिण्यै नमः। |
| 494 | ॐ कलिकल्मषभङ्गायै नमः। |
| 495 | ॐ कलिकल्मषनाशिन्यै नमः। |
| 496 | ॐ कलिकल्मषरूपायै नमः। |
| 497 | ॐ नित्यानन्दकर्यै नमः। |
| 498 | ॐ कृपायै नमः। |
| 499 | ॐ कृपावत्यै नमः। |
| 500 | ॐ कुलवत्यै नमः। |
| 501 | ॐ कैलासाचलवासिन्यै नमः। |
| 502 | ॐ वामदेव्यै नमः। |
| 503 | ॐ वामभागायै नमः। |
| 504 | ॐ गोविन्दप्रियकारिण्यै नमः। |
| 505 | ॐ नरेन्द्रकन्यायै नमः। |
| 506 | ॐ योगेश्यै नमः। |
| 507 | ॐ योगिन्यै नमः। |
| 508 | ॐ योगरूपिण्यै नमः। |
| 509 | ॐ योगसिद्धायै नमः। |
| 510 | ॐ सिद्धरूपायै नमः। |
| 511 | ॐ सिद्धक्षेत्रनिवासिन्यै नमः। |
| 512 | ॐ क्षेत्राधिष्ठातृरूपायै नमः। |
| 513 | ॐ क्षेत्रातीतायै नमः। |
| 514 | ॐ कुलप्रदायै नमः। |
| 515 | ॐ केशवानन्ददात्र्यै नमः। |
| 516 | ॐ केशवानन्ददायिन्यै नमः। |
| 517 | ॐ केशवाकेशवप्रीतायै नमः। |
| 518 | ॐ कैशवीकेशवप्रियायै नमः। |
| 519 | ॐ रासक्रीडाकर्यै नमः। |
| 520 | ॐ रासवासिन्यै नमः। |
| 521 | ॐ राससुन्दर्यै नमः। |
| 522 | ॐ गोकुलान्वितदेहायै नमः। |
| 523 | ॐ गोकुलत्वप्रदायिन्यै नमः। |
| 524 | ॐ लवङ्गनाम्न्यै नमः। |
| 525 | ॐ नारङ्ग्यै नमः। |
| 526 | ॐ नारङ्गकुलमण्डनायै नमः। |
| 527 | ॐ एलालवङ्गकर्पूरमुखवासमुखान्वितायै नमः। |
| 528 | ॐ मुख्यायै नमः। |
| 529 | ॐ मुख्यप्रदायै नमः। |
| 530 | ॐ मुख्यरूपायै नमः। |
| 531 | ॐ मुख्यनिवासिन्यै नमः। |
| 532 | ॐ नारायण्यै नमः। |
| 533 | ॐ कृपातीतायै नमः। |
| 534 | ॐ करुणामयकारिण्यै नमः। |
| 535 | ॐ कारुण्यायै नमः। |
| 536 | ॐ करुणायै नमः। |
| 537 | ॐ कर्णायै नमः। |
| 538 | ॐ गोकर्णायै नमः। |
| 539 | ॐ नागकर्णिकायै नमः। |
| 540 | ॐ सर्पिण्यै नमः। |
| 541 | ॐ कौलिन्यै नमः। |
| 542 | ॐ क्षेत्रवासिन्यै नमः। |
| 543 | ॐ जगदन्वयायै नमः। |
| 544 | ॐ जटिलायै नमः। |
| 545 | ॐ कुटिलायै नमः। |
| 546 | ॐ नीलायै नमः। |
| 547 | ॐ नीलाम्बरधरायै नमः। |
| 548 | ॐ शुभायै नमः। |
| 549 | ॐ नीलाम्बरविधात्र्यै नमः। |
| 550 | ॐ नीलकन्ठप्रियायै नमः। |
| 551 | ॐ भगिन्यै नमः। |
| 552 | ॐ भागिन्यै नमः। |
| 553 | ॐ भोग्यायै नमः। |
| 554 | ॐ कृष्णभोग्यायै नमः। |
| 555 | ॐ भगेश्वर्यै नमः। |
| 556 | ॐ बलेश्वर्यै नमः। |
| 557 | ॐ बलाराध्यायै नमः। |
| 558 | ॐ कान्तायै नमः। |
| 559 | ॐ कान्तनितम्बिन्यै नमः। |
| 560 | ॐ नितम्बिन्यै नमः। |
| 561 | ॐ रूपवत्यै नमः। |
| 562 | ॐ युवत्यै नमः। |
| 563 | ॐ कृष्णपीवर्यै नमः। |
| 564 | ॐ विभावर्यै नमः। |
| 565 | ॐ वेत्रवत्यै नमः। |
| 566 | ॐ सङ्कटायै नमः। |
| 567 | ॐ कुटिलालकायै नमः। |
| 568 | ॐ नारायणप्रियायै नमः। |
| 569 | ॐ शैलायै नमः। |
| 570 | ॐ सृक्विणीपरिमोहितायै नमः। |
| 571 | ॐ दृक्पातमोहितायै नमः। |
| 572 | ॐ प्रातराशिन्यै नमः। |
| 573 | ॐ नवनीतिकायै नमः। |
| 574 | ॐ नवीनायै नमः। |
| 575 | ॐ नवनार्यै नमः। |
| 576 | ॐ नारङ्गफलशोभितायै नमः। |
| 577 | ॐ हैम्यै नमः। |
| 578 | ॐ हेममुखायै नमः। |
| 579 | ॐ चन्द्रमुख्यै नमः। |
| 580 | ॐ शशिसुशोभनायै नमः। |
| 581 | ॐ अर्धचन्द्रधरायै नमः। |
| 582 | ॐ चन्द्रवल्लभायै नमः। |
| 583 | ॐ रोहिण्यै नमः। |
| 584 | ॐ तम्यै नमः। |
| 585 | ॐ तिमिङ्गिलकुलामोदमत्स्यरूपाङ्गहारिण्यै नमः। |
| 586 | ॐ सर्वभूतानां कारिण्यै नमः। |
| 587 | ॐ कार्यातीतायै नमः। |
| 588 | ॐ किशोरिण्यै नमः। |
| 589 | ॐ किशोरवल्लभायै नमः। |
| 590 | ॐ केशकारिकायै नमः। |
| 591 | ॐ कामकारिकायै नमः। |
| 592 | ॐ कामेश्वर्यै नमः। |
| 593 | ॐ कामकलायै नमः। |
| 594 | ॐ कालिन्दीकूलदीपिकायै नमः। |
| 595 | ॐ कलिन्दतनयातीरवासिन्यै नमः। |
| 596 | ॐ तीरगेहिन्यै नमः। |
| 597 | ॐ कादम्बरीपानपरायै नमः। |
| 598 | ॐ कुसुमामोदधारिण्यै नमः। |
| 599 | ॐ कुमुदायै नमः। |
| 600 | ॐ कुमुदानन्दायै नमः। |
| 601 | ॐ कृष्णेश्यै नमः। |
| 602 | ॐ कामवल्लभायै नमः। |
| 603 | ॐ तर्काल्यै नमः। |
| 604 | ॐ वैजयन्त्यै नमः। |
| 605 | ॐ निम्बदाडिम्बरूपिण्यै नमः। |
| 606 | ॐ बिल्ववृक्षप्रियायै नमः। |
| 607 | ॐ कृष्णाम्बरायै नमः। |
| 608 | ॐ बिल्वोपमस्तन्यै नमः। |
| 609 | ॐ बिल्वात्मिकायै नमः। |
| 610 | ॐ बिल्ववसवे नमः। |
| 611 | ॐ बिल्ववृक्षनिवासिन्यै नमः। |
| 612 | ॐ तुलसीतोषिकायै नमः। |
| 613 | ॐ तैतिलानन्दपरितोषिकायै नमः। |
| 614 | ॐ गजमुक्तायै नमः। |
| 615 | ॐ महामुक्तायै नमः। |
| 616 | ॐ महामुक्तिफलप्रदायै नमः। |
| 617 | ॐ अनङ्गमोहिनीशक्तिरूपायै नमः। |
| 618 | ॐ शक्तिस्वरूपिण्यै नमः। |
| 619 | ॐ पञ्चशक्तिस्वरूपायै नमः। |
| 620 | ॐ शैशवानन्दकारिण्यै नमः। |
| 621 | ॐ गजेन्द्रगामिन्यै नमः। |
| 622 | ॐ श्यामलतायै नमः। |
| 623 | ॐ अनङ्गलतायै नमः। |
| 624 | ॐ योषिच्छक्तिस्वरूपायै नमः। |
| 625 | ॐ योषिदानन्दकारिण्यै नमः। |
| 626 | ॐ प्रेमप्रियायै नमः। |
| 627 | ॐ प्रेमरूपायै नमः। |
| 628 | ॐ प्रेमानन्दतरङ्गिण्यै नमः। |
| 629 | ॐ प्रेमहारायै नमः। |
| 630 | ॐ प्रेमदात्र्यै नमः। |
| 631 | ॐ प्रेमशक्तिमय्यै नमः। |
| 632 | ॐ कृष्णप्रेमवत्यै नमः। |
| 633 | ॐ धन्यायै नमः। |
| 634 | ॐ कृष्णप्रेमतरङ्गिण्यै नमः। |
| 635 | ॐ प्रेमभक्तिप्रदायै नमः। |
| 636 | ॐ प्रेमायै नमः। |
| 637 | ॐ प्रेमानन्दतरङ्गिण्यै नमः। |
| 638 | ॐ प्रेमक्रीडापरीताङ्ग्यै नमः। |
| 639 | ॐ प्रेमभक्तितरङ्गिण्यै नमः। |
| 640 | ॐ प्रेमार्थदायिन्यै नमः। |
| 641 | ॐ सर्वश्वेतायै नमः। |
| 642 | ॐ नित्यतरङ्गिण्यै नमः। |
| 643 | ॐ हावभावान्वितायै नमः। |
| 644 | ॐ रौद्रायै नमः। |
| 645 | ॐ रुद्रानन्दप्रकाशिन्यै नमः। |
| 646 | ॐ कपिलायै नमः। |
| 647 | ॐ शृङ्खलायै नमः। |
| 648 | ॐ केशपाशसम्बाधिन्यै नमः। |
| 649 | ॐ धट्यै नमः। |
| 650 | ॐ कुटीरवासिन्यै नमः। |
| 651 | ॐ धूम्रायै नमः। |
| 652 | ॐ धूम्रकेशायै नमः। |
| 653 | ॐ जलोदर्यै नमः। |
| 654 | ॐ ब्रह्माण्डगोचरायै नमः। |
| 655 | ॐ ब्रह्मरूपिण्यै नमः। |
| 656 | ॐ भवभाविन्यै नमः। |
| 657 | ॐ संसारनाशिन्यै नमः। |
| 658 | ॐ शैवायै नमः। |
| 659 | ॐ शैवलानन्ददायिन्यै नमः। |
| 660 | ॐ शिशिरायै नमः। |
| 661 | ॐ हेमरागाढ्यायै नमः। |
| 662 | ॐ मेघरूपायै नमः। |
| 663 | ॐ अतिसुन्दर्यै नमः। |
| 664 | ॐ मनोरमायै नमः। |
| 665 | ॐ वेगवत्यै नमः। |
| 666 | ॐ वेगाढ्यायै नमः। |
| 667 | ॐ वेदवादिन्यै नमः। |
| 668 | ॐ दयान्वितायै नमः। |
| 669 | ॐ दयाधारायै नमः। |
| 670 | ॐ दयारूपायै नमः। |
| 671 | ॐ सुसेविन्यै नमः। |
| 672 | ॐ किशोरसङ्गसंसर्गायै नमः। |
| 673 | ॐ गौरचन्द्राननायै नमः। |
| 674 | ॐ कलायै नमः। |
| 675 | ॐ कलाधिनाथवदनायै नमः। |
| 676 | ॐ कलानाथाधिरोहिण्यै नमः। |
| 677 | ॐ विरागकुशलायै नमः। |
| 678 | ॐ हेमपिङ्गलायै नमः। |
| 679 | ॐ हेममण्डनायै नमः। |
| 680 | ॐ भाण्डीरतालवनगायै नमः। |
| 681 | ॐ कैवर्त्यै नमः। |
| 682 | ॐ पीवर्यै नमः। |
| 683 | ॐ शुक्यै नमः। |
| 684 | ॐ शुकदेवगुणातीतायै नमः। |
| 685 | ॐ शुकदेवप्रियायै नमः। |
| 686 | ॐ सख्यै नमः। |
| 687 | ॐ विकलोत्कर्षिण्यै नमः। |
| 688 | ॐ कोषायै नमः। |
| 689 | ॐ कौशेयाम्बरधारिण्यै नमः। |
| 690 | ॐ कौषावर्यै नमः। |
| 691 | ॐ कोषरूपायै नमः। |
| 692 | ॐ जगदुत्पत्तिकारिकायै नमः। |
| 693 | ॐ सृष्टिस्थितिकर्यै नमः। |
| 694 | ॐ संहारिण्यै नमः। |
| 695 | ॐ संहारकारिण्यै नमः। |
| 696 | ॐ केशशैवलधात्र्यै नमः। |
| 697 | ॐ चन्द्रगात्रायै नमः। |
| 698 | ॐ सुकोमलायै नमः। |
| 699 | ॐ पद्माङ्गरागसंरागायै नमः। |
| 700 | ॐ विन्ध्याद्रिपरिवासिन्यै नमः। |
| 701 | ॐ विन्ध्यालयायै नमः। |
| 702 | ॐ श्यामसख्यै नमः। |
| 703 | ॐ सखीसंसाररागिण्यै नमः। |
| 704 | ॐ भूतायै नमः। |
| 705 | ॐ भविष्यायै नमः। |
| 706 | ॐ भव्यायै नमः। |
| 707 | ॐ भव्यगात्रायै नमः। |
| 708 | ॐ भवातिगायै नमः। |
| 709 | ॐ भवनाशान्तकारिण्यै नमः। |
| 710 | ॐ आकाशरूपायै नमः। |
| 711 | ॐ सुवेशिन्यै नमः। |
| 712 | ॐ रत्यै नमः। |
| 713 | ॐ अङ्गपरित्यगायै नमः। |
| 714 | ॐ रतिवेगायै नमः। |
| 715 | ॐ रतिप्रदायै नमः। |
| 716 | ॐ तेजस्विन्यै नमः। |
| 717 | ॐ तेजोरूपायै नमः। |
| 718 | ॐ कैवल्यपथदायै नमः। |
| 719 | ॐ शुभायै नमः। |
| 720 | ॐ भक्तिहेतवे नमः। |
| 721 | ॐ मुक्तिहेतवे नमः। |
| 722 | ॐ लङ्घिन्यै नमः। |
| 723 | ॐ लङ्घनक्षमायै नमः। |
| 724 | ॐ विशालनेत्रायै नमः। |
| 725 | ॐ वैशाल्यै नमः। |
| 726 | ॐ विशालकुलसम्भावायै नमः। |
| 727 | ॐ विशालगृहवासायै नमः। |
| 728 | ॐ विशालबदरीरत्यै नमः। |
| 729 | ॐ भक्त्यतीतायै नमः। |
| 730 | ॐ भक्तिगत्यै नमः। |
| 731 | ॐ भक्तिकायै नमः। |
| 732 | ॐ शिवभक्तिदायै नमः। |
| 733 | ॐ शिवभक्तिस्वरूपायै नमः। |
| 734 | ॐ शिवार्धाङ्गविहारिण्यै नमः। |
| 735 | ॐ शिरीषकुसुमामोदायै नमः। |
| 736 | ॐ शिरीषकुसुमोज्ज्वलायै नमः। |
| 737 | ॐ शिरीषमृद्व्यै नमः। |
| 738 | ॐ शैरीष्यै नमः। |
| 739 | ॐ शिरीषकुसुमाकृत्यै नमः। |
| 740 | ॐ शैरीष्यै नमः। |
| 741 | ॐ विष्णोः वामाङ्गहारिण्यै नमः। |
| 742 | ॐ शिवभक्तिसुखान्वितायै नमः। |
| 743 | ॐ विजितायै नमः। |
| 744 | ॐ विजितामोदायै नमः। |
| 745 | ॐ गणगायै नमः। |
| 746 | ॐ गणतोषितायै नमः। |
| 747 | ॐ हयास्यायै नमः। |
| 748 | ॐ हेरम्बसुतायै नमः। |
| 749 | ॐ गणमात्रे नमः। |
| 750 | ॐ सुखेश्वर्यै नमः। |
| 751 | ॐ दुःखहन्त्र्यै नमः। |
| 752 | ॐ दुःखहरायै नमः। |
| 753 | ॐ सेवितेप्सितसर्वदायै नमः। |
| 754 | ॐ सर्वज्ञत्वविधात्र्यै नमः। |
| 755 | ॐ कुलक्षेत्रनिवासिन्यै नमः। |
| 756 | ॐ लवङ्गायै नमः। |
| 757 | ॐ पाण्डवसख्यै नमः। |
| 758 | ॐ सखीमध्यनिवासिन्यै नमः। |
| 759 | ॐ ग्राम्यगीतायै नमः। |
| 760 | ॐ गयायै नमः। |
| 761 | ॐ गम्यायै नमः। |
| 762 | ॐ गमनातीतनिर्भरायै नमः। |
| 763 | ॐ सर्वाङ्गसुन्दर्यै नमः। |
| 764 | ॐ गङ्गायै नमः। |
| 765 | ॐ गङ्गाजलमय्यै नमः। |
| 766 | ॐ गङ्गेरितायै नमः। |
| 767 | ॐ पूतगात्रायै नमः। |
| 768 | ॐ पवित्रकुलदीपिकायै नमः। |
| 769 | ॐ पवित्रगुणशीलाढ्यायै नमः। |
| 770 | ॐ पवित्रानन्ददायिन्यै नमः। |
| 771 | ॐ पवित्रगुणसीमाढ्यायै नमः। |
| 772 | ॐ पवित्रकुलदीपिन्यै नमः। |
| 773 | ॐ कल्पमानायै नमः। |
| 774 | ॐ कंसहरायै नमः। |
| 775 | ॐ विन्ध्याचलनिवासिन्यै नमः। |
| 776 | ॐ गोवर्द्धनेश्वर्यै नमः। |
| 777 | ॐ गोवर्द्धनहास्यायै नमः। |
| 778 | ॐ हयाकृत्यै नमः। |
| 779 | ॐ मीनावतारायै नमः। |
| 780 | ॐ मीनेश्यै नमः। |
| 781 | ॐ गगनेश्यै नमः। |
| 782 | ॐ हयायै नमः। |
| 783 | ॐ गज्यै नमः। |
| 784 | ॐ हरिण्यै नमः। |
| 785 | ॐ हारिण्यै नमः। |
| 786 | ॐ हारधारिण्यै नमः। |
| 787 | ॐ कनकाकृत्यै नमः। |
| 788 | ॐ विद्युत्प्रभायै नमः। |
| 789 | ॐ विप्रमात्रे नमः। |
| 790 | ॐ गोपमात्रे नमः। |
| 791 | ॐ गयेश्वर्यै नमः। |
| 792 | ॐ गवेश्वर्यै नमः। |
| 793 | ॐ गवेश्यै नमः। |
| 794 | ॐ गवीशीगतिवासिन्यै नमः। |
| 795 | ॐ गतिज्ञायै नमः। |
| 796 | ॐ गीतकुशलायै नमः। |
| 797 | ॐ दनुजेन्द्रनिवारिण्यै नमः। |
| 798 | ॐ निर्वाणधात्र्यै नमः। |
| 799 | ॐ नैर्वाण्यै नमः। |
| 800 | ॐ हेतुयुक्तायै नमः। |
| 801 | ॐ गयोत्तरायै नमः। |
| 802 | ॐ पर्वताधिनिवासायै नमः। |
| 803 | ॐ निवासकुशलायै नमः। |
| 804 | ॐ सन्न्यासधर्मकुशलायै नमः। |
| 805 | ॐ सन्न्यासेश्यै नमः। |
| 806 | ॐ शरन्मुख्यै नमः। |
| 807 | ॐ शरच्चन्द्रमुख्यै नमः। |
| 808 | ॐ श्यामहारायै नमः। |
| 809 | ॐ क्षेत्रनिवासिन्यै नमः। |
| 810 | ॐ वसन्तरागसंरागायै नमः। |
| 811 | ॐ वसन्तवसनाकृत्यै नमः। |
| 812 | ॐ चतुर्भुजायै नमः। |
| 813 | ॐ षड्भुजायै नमः। |
| 814 | ॐ द्विभुजायै नमः। |
| 815 | ॐ गौरविग्रहायै नमः। |
| 816 | ॐ सहस्रास्यायै नमः। |
| 817 | ॐ विहास्यायै नमः। |
| 818 | ॐ मुद्रास्यायै नमः। |
| 819 | ॐ मोददायिन्यै नमः। |
| 820 | ॐ प्राणप्रियायै नमः। |
| 821 | ॐ प्राणरूपायै नमः। |
| 822 | ॐ प्राणरूपिण्यै नमः। |
| 823 | ॐ अपावृतायै नमः। |
| 824 | ॐ कृष्णप्रीतायै नमः। |
| 825 | ॐ कृष्णरतायै नमः। |
| 826 | ॐ कृष्णतोषणतत्परायै नमः। |
| 827 | ॐ कृष्णप्रेमरतायै नमः। |
| 828 | ॐ कृष्णभक्तायै नमः। |
| 829 | ॐ भक्तफलप्रदायै नमः। |
| 830 | ॐ कृष्णप्रेमायै नमः। |
| 831 | ॐ प्रेमभक्तायै नमः। |
| 832 | ॐ हरिभक्तिप्रदायिन्यै नमः। |
| 833 | ॐ चैतन्यरूपायै नमः। |
| 834 | ॐ चैतन्यप्रियायै नमः। |
| 835 | ॐ चैतन्यरूपिण्यै नमः। |
| 836 | ॐ उग्ररूपायै नमः। |
| 837 | ॐ शिवक्रोडायै नमः। |
| 838 | ॐ कृष्णक्रोडायै नमः। |
| 839 | ॐ जलोदर्यै नमः। |
| 840 | ॐ महोदर्यै नमः। |
| 841 | ॐ महादुर्गकान्तारस्थसुवासिन्यै नमः। |
| 842 | ॐ चन्द्रावल्यै नमः। |
| 843 | ॐ चन्द्रकेश्यै नमः। |
| 844 | ॐ चन्द्रप्रेमतरङ्गिण्यै नमः। |
| 845 | ॐ समुद्रमथनोद्भूतायै नमः। |
| 846 | ॐ समुद्रजलवासिन्यै नमः। |
| 847 | ॐ समुद्रामृतरूपायै नमः। |
| 848 | ॐ समुद्रजलवासिकायै नमः। |
| 849 | ॐ केशपाशरतायै नमः। |
| 850 | ॐ निद्रायै नमः। |
| 851 | ॐ क्षुधायै नमः। |
| 852 | ॐ प्रेमतरङ्गिकायै नमः। |
| 853 | ॐ दूर्वादलश्यामतनवे नमः। |
| 854 | ॐ दूर्वादलतनुच्छवये नमः। |
| 855 | ॐ नागर्यै नमः। |
| 856 | ॐ नागरागारायै नमः। |
| 857 | ॐ नागरानन्दकारिण्यै नमः। |
| 858 | ॐ नागरालिङ्गनपरायै नमः। |
| 859 | ॐ नागराङ्गणमङ्गलायै नमः। |
| 860 | ॐ उच्चनीचायै नमः। |
| 861 | ॐ हैमवतीप्रियायै नमः। |
| 862 | ॐ कृष्णतरङ्गदायै नमः। |
| 863 | ॐ प्रेमालिङ्गनसिद्धाङ्ग्यै नमः। |
| 864 | ॐ सिद्धसाध्यविलासिकायै नमः। |
| 865 | ॐ मङ्गलामोदजनन्यै नमः। |
| 866 | ॐ मेखलामोदधारिण्यै नमः। |
| 867 | ॐ रत्नमञ्जीरभूषाङ्ग्यै नमः। |
| 868 | ॐ रत्नभूषणभूषणायै नमः। |
| 869 | ॐ जम्बालमालिकायै नमः। |
| 870 | ॐ कृष्णप्राणायै नमः। |
| 871 | ॐ प्राणविमोचनायै नमः। |
| 872 | ॐ सत्यप्रदायै नमः। |
| 873 | ॐ सत्यवत्यै नमः। |
| 874 | ॐ सेवकानन्ददायिकाय नमः। |
| 875 | ॐ जगद्योनये नमः। |
| 876 | ॐ जगद्बीजायै नमः। |
| 877 | ॐ विचित्रमणीभूषणायै नमः। |
| 878 | ॐ राधारमणकान्तायै नमः। |
| 879 | ॐ राध्यायै नमः। |
| 880 | ॐ राधनरूपिण्यै नमः। |
| 881 | ॐ कैलासवासिन्यै नमः। |
| 882 | ॐ कृष्णप्राणसर्वस्वदायिन्यै नमः। |
| 883 | ॐ कृष्णावतारनिरतकृष्णभक्तफलार्थिन्यै नमः। |
| 884 | ॐ याचकायाचकानन्दकारिण्यै नमः। |
| 885 | ॐ याचकोज्ज्वलायै नमः। |
| 886 | ॐ हरिभूषणभूषाढ्यायै नमः। |
| 887 | ॐ आनन्दयुक्तायै नमः। |
| 888 | ॐ आर्द्रपादगायै नमः। |
| 889 | ॐ है-है-हरिभूषणभूषाढ्यायै नमः। |
| 890 | ॐ आनन्दयुक्तायै नमः। |
| 891 | ॐ आर्द्रपादगायै नमः। |
| 892 | ॐ है-है-तालधरायै नमः। |
| 893 | ॐ थै-थै-शब्दशक्तिप्रकाशिन्यै नमः। |
| 894 | ॐ हे-हे-शब्दस्वरूपायै नमः। |
| 895 | ॐ ही-ही-वाक्यविशारदायै नमः। |
| 896 | ॐ जगदानन्दकर्त्र्यै नमः। |
| 897 | ॐ सान्द्रानन्दविशारदायै नमः। |
| 898 | ॐ पण्डितापण्डितगुणायै नमः। |
| 899 | ॐ पण्डितानन्दकारिण्यै नमः। |
| 900 | ॐ परिपालनकर्त्र्यै नमः। |
| 901 | ॐ स्थितिविनोदिन्य नमः। |
| 902 | ॐ संहारशब्दाढ्यायै नमः। |
| 903 | ॐ विद्वज्जनमनोहरायै नमः। |
| 904 | ॐ विदुषां प्रीतिजनन्यै नमः। |
| 905 | ॐ विद्वत्प्रेमविवर्द्धिन्यै नमः। |
| 906 | ॐ नादेश्यै नमः। |
| 907 | ॐ नादरूपायै नमः। |
| 908 | ॐ नादबिन्दुविधारिण्यै नमः। |
| 909 | ॐ शून्यस्थानस्थितायै नमः। |
| 910 | ॐ शून्यरूपपादपवासिन्यै नमः। |
| 911 | ॐ कार्तिकव्रतकर्त्र्यै नमः। |
| 912 | ॐ वासनाहारिण्यै नमः। |
| 913 | ॐ जलाशयायै नमः। |
| 914 | ॐ जलतलायै नमः। |
| 915 | ॐ शिलातलनिवासिन्यै नमः। |
| 916 | ॐ क्षुद्रकीटाङ्गसंसर्गायै नमः। |
| 917 | ॐ सङ्गदोषविनाशिन्यै नमः। |
| 918 | ॐ कोटिकन्दर्पलावण्यायै नमः। |
| 919 | ॐ कोटिकन्दर्पसुन्दर्यै नमः। |
| 920 | ॐ कन्दर्पकोटिजनन्यै नमः। |
| 921 | ॐ कामबीजप्रदायिन्यै नमः। |
| 922 | ॐ कामशास्त्रविनोदायै नमः। |
| 923 | ॐ कामशास्त्रप्रकाशिन्यै नमः। |
| 924 | ॐ कामप्रकाशिकायै नमः। |
| 925 | ॐ कामिन्यै नमः। |
| 926 | ॐ अणिमाद्यष्टसिद्धिदायै नमः। |
| 927 | ॐ यामिन्यै नमः। |
| 928 | ॐ यामिनीनाथवदनायै नमः। |
| 929 | ॐ यामिनीश्वर्यै नमः। |
| 930 | ॐ यागयोगहरायै नमः। |
| 931 | ॐ भुक्तिमुक्तिदात्र्यै नमः। |
| 932 | ॐ हिरण्यदायै नमः। |
| 933 | ॐ कपालमालिन्यै नमः। |
| 934 | ॐ देव्यै नमः। |
| 935 | ॐ धामरूपिण्यै नमः। |
| 936 | ॐ अपूर्वदायै नमः। |
| 937 | ॐ कृपान्वितायै नमः। |
| 938 | ॐ गुणागौण्यायै नमः। |
| 939 | ॐ गुणातीतफलप्रदायै नमः। |
| 940 | ॐ कूष्माण्डभूतवेतालनाशिन्यै नमः। |
| 941 | ॐ शारदान्वितायै नमः। |
| 942 | ॐ शीतलायै नमः। |
| 943 | ॐ शबलायै नमः। |
| 944 | ॐ हेलालीलायै नमः। |
| 945 | ॐ लावण्यमङ्गलायै नमः। |
| 946 | ॐ विद्यार्थिन्यै नमः। |
| 947 | ॐ विद्यमानायै नमः। |
| 948 | ॐ विद्यायै नमः। |
| 949 | ॐ विद्यास्वरूपिण्यै नमः। |
| 950 | ॐ आन्वीक्षिकीशास्त्ररूपायै नमः। |
| 951 | ॐ शास्त्रसिद्धान्तकारिण्यै नमः। |
| 952 | ॐ नागेन्द्रायै नमः। |
| 953 | ॐ नागमात्रे नमः। |
| 954 | ॐ क्रीडाकौतुकरूपिण्यै नमः। |
| 955 | ॐ हरिभावनशीलायै नमः। |
| 956 | ॐ हरितोषणतत्परायै नमः। |
| 957 | ॐ हरिप्राणायै नमः। |
| 958 | ॐ हरप्राणायै नमः। |
| 959 | ॐ शिवप्राणाय नमः। |
| 960 | ॐ शिवान्वितायै नमः। |
| 961 | ॐ नरकार्णवसंहत्र्यै नमः। |
| 962 | ॐ नरकार्णवनाशिन्यै नमः। |
| 963 | ॐ नरेश्वर्यै नमः। |
| 964 | ॐ नरातीतायै नमः। |
| 965 | ॐ नरसेव्यायै नमः। |
| 966 | ॐ नराङ्गनायै नमः। |
| 967 | ॐ यशोदानन्दनप्राणवल्लभायै नमः। |
| 968 | ॐ हरिवल्लभायै नमः। |
| 969 | ॐ यशोदानन्दनारम्यायै नमः। |
| 970 | ॐ यशोदानन्दनेश्वर्यै नमः। |
| 971 | ॐ यशोदानन्दनाक्रीडायै नमः। |
| 972 | ॐ यशोदाक्रोडवासिन्यै नमः। |
| 973 | ॐ यशोदानन्दनप्राणायै नमः। |
| 974 | ॐ यशोदानन्दनार्थदायै नमः। |
| 975 | ॐ वत्सलायै नमः। |
| 976 | ॐ कोशलायै नमः। |
| 977 | ॐ कलायै नमः। |
| 978 | ॐ करुणार्णवरूपिण्यै नमः। |
| 979 | ॐ स्वर्गलक्ष्म्यै नमः। |
| 980 | ॐ भूमिलक्ष्म्यै नमः। |
| 981 | ॐ द्रौपदीपाण्डवप्रियायै नमः। |
| 982 | ॐ अर्जुनसख्यै नमः। |
| 983 | ॐ भोग्यै नमः। |
| 984 | ॐ भैम्यै नमः। |
| 985 | ॐ भीमकुलोद्भवायै नमः। |
| 986 | ॐ भुवनामोहनायै नमः। |
| 987 | ॐ क्षीणायै नमः। |
| 988 | ॐ पानासक्ततरायै नमः। |
| 989 | ॐ पानार्थिन्यै नमः। |
| 990 | ॐ पानपात्रायै नमः। |
| 991 | ॐ पानपानन्ददायिन्यै नमः। |
| 992 | ॐ दुग्धमन्थनकर्माढ्यायै नमः। |
| 993 | ॐ दधिमन्थनतत्परायै नमः। |
| 994 | ॐ दधिभाण्डार्थिन्यै नमः। |
| 995 | ॐ कृष्णक्रोधिन्यै नमः। |
| 996 | ॐ नन्दनाङ्गनायै नमः। |
| 997 | ॐ घृतलिप्तायै नमः। |
| 998 | ॐ तक्रयुक्तायै नमः। |
| 999 | ॐ यमुनापारकौतुकायै नमः। |
| 1000 | ॐ विचित्रकथकायै नमः। |
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