
मन को शांति, मार्गदर्शन और प्रकाश देने वाले गुरुदेव के भजन लिरिक्स पढ़ें। गुरुदेव भजन लिरिक्स में गुरु महिमा, भक्ति से भरे बोल और आत्मिक उन्नति के पावन शब्द पाएं।
गुरूदेव भजन साधना और अनुशासन से जुड़ने का माध्यम हैं। इन्हें सुनने से मन एकाग्र होता है और जीवन को समझने की दृष्टि मिलती है। यहां दिए गए 10 गुरूदेव भजनों के लिरिक्स पढ़कर आप भक्ति से जुड़ सकते हैं।
जब जीवन में दिशा साफ़ न दिखे और मन भटकने लगे, तब गुरुदेव के भजन भीतर एक गहरी शांति जगा देते हैं। इन भजनों के शब्द अनुभव और करुणा से भरे होते हैं, जो मन को थामते हैं और आत्मा को सही मार्ग की ओर ले जाते हैं। गुरुदेव भजन सुनते या पढ़ते समय ऐसा लगता है जैसे कोई स्नेह भरा हाथ हमें संभाल रहा हो और भीतर विश्वास की लौ जल रही हो।
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।
ह्रदय में माँ गौरी लक्ष्मी, कंठ शारदा माता है, जो भी मुख से वचन कहे वो, वचन सिद्ध हो जाता है, है गुरु ब्रह्मा है गुरु विष्णु, है शंकर भगवान आपके चरणो में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।
जनम के दाता मात पिता है, आप करम के दाता है, आप मिलाते है ईश्वर से, आप ही भाग्य विधाता हैं, दुखिया मन को रोगी तन को, मिलता है आराम आपके चरणो में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।
निर्बल को बलवान बना दो, मूर्ख को गुणवान प्रभु, ‘देवकमल’ और ‘बंसी’ को भी, ज्ञान का दो वरदान प्रभु, हे महादानी हे महाज्ञानी, रहूँ मैं सुबहो श्याम आपके चरणो में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।
दोहा
कर्ता करे न कर सके, पर गुरु करे सब होय, सात द्वीप नौ खंड में, गुरु से बड़ा ना कोय।।
मैं तो सात समुन्द्र की मसि करूं, लेखनी सब बन राय, सब धरती कागज़ करूँ, पर गुरु गुण लिखा ना जाए।।
सारे तीरथ धाम आपके चरणों में, हे गुरुदेव प्रणाम आपके चरणो में।।
Singer: Poornima Ji
गुरुदेव दया करके, मुझको अपना लेना, मैं शरण पड़ा तेरी, चरणों में जगह देना।।
करुणानिधि नाम तेरा, करुणा दिखलाओ तुम, सोये हुए भागो को, हे नाथ जगाओ तुम, मेरी नाव भंवर डोले, उसे पार लगा देना, में शरण पड़ा तेरी, चरणों में जगह देना, गुरु देव दया कर दे, मुझको अपना लेना।।
तुम सुख के सागर हो, निर्धन के सहारे हो, इस मन में समाये हो, मुझे प्राणो से प्यारे हो, नित माला जपू तेरी, नहीं दिल से भुला देना, में शरण पड़ा तेरी, चरणों में जगह देना, गुरु देव दया कर दे, मुझको अपना लेना।।
पापी या कपटी हूँ, जैसा भी हूँ तेरा हूँ, हे नाथ भुला ना मुझे, तेरे चरणों का चेला हूँ, तेरे दर का भिखारी हूँ, मेरे दोष मिटा देना, में शरण पड़ा तेरी, चरणों में जगह देना, गुरु देव दया कर दे, मुझको अपना लेना।।
गुरुदेव दया करके, मुझको अपना लेना, मैं शरण पड़ा तेरी, चरणों में जगह देना।।
Singer: Prakash Mali
गुरुजी दरश बिना, जियरा मोरा तरसे, गुरुजी मेरे, नैनन में जल बरसे।।
पतीत उदाहरण, नाम तुम्हारा, दिजे गुरुजी, मुझको सहारा, देखो दया और, प्रेम नजर से, गुरुजी दरस बिना, जियरा मोरा तरसे।।
मैं पापन अब, उनकी दासी, कैसे करे प्रभु, निज कि दासी, काया कपत, है तेरे डर से, गुरुजी दरस बिना, जियरा मोरा तरसे।।
तुम बिन और ना, पालक मेरा, ब्रम्हानन्द भरोसा तेरा, विनती करत हूँ, तेरे दर पे, गुरुजी दरस बिना, जियरा मोरा तरसे।।
गुरुजी दरश बिना, जियरा मोरा तरसे, गुरुजी मेरे, नैनन में जल बरसे।।
स्वर – ओस्मान मीर।
मेरी लगी गुरु संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
बाजी जब गुरुवर पे लगाई, पलट गया पासा मेरे भाई, मेरी हार हो गई जीत, ये दुनिया क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
प्रीतम ने खुद प्रेम जताया, करके इशारा पास बुलाया, है प्रेम की उलटी रीत, ये दुनिया क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
ताल अलग है राग अलग है, ये वैराग अनुराग अलग है, मन गाए किसके गीत, ये दुनिया क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
सत्संगी होकर जो सीखा, काम क्रोध खोकर जो सीखा, कैसा है ये संगीत, ये दुनिया क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
मेरी लगी गुरु संग प्रीत, ये दुनिया क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने, क्या जाने भई क्या जाने, मुझे मिल गया मन का मीत, ये दुनिया क्या जाने, मेरी लगी गुरु संग प्रित, ये दुनिया क्या जाने।।
गुरुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे, मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे, राह दिखाना मुझे, गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
मैं तो पूजा से, जप तप से अंजान हूँ, मतलबी लोग से, मैं परेशान हूँ, कितना भरमाया है, ये जमाना मुझे, गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
तन कही और है, मन कही और है, सुख की चाहत की, भारी यहाँ दौड़ है, इस समंदर में, अब ना बहाना मुझे, गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
ये है काजल का घर, बच के कैसे रहूं, अपनी आवाज़ दिल की, मैं किससे कहूं, इस मुसीबत से, तू ही बचाना मुझे। गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
अब ‘फणी’ के हृदय से, ना तू दूर है, अब तेरा फ़ैसला, मुझको मंजूर है, तुझको भूलूँ वो दिन, ना दिखना मुझे, गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
गुरुवर चरणों में, दे दे ठिकाना मुझे, मैं भटकता हूँ, राह दिखाना मुझे, राह दिखाना मुझे, गुरुवर चरणो में, दे दे ठिकाना मुझे।।
स्वर – धीरज कान्त जी।
ले गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, ये जग का पालनहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है।।
तारीफ़ क्या करू, उस दीन-दाता की, द्यालु नाम है, दीन दुखियो के, दामन को भर देना, गुरु का काम है, लाखो की तकदीर, लाखो की तकदीर, बस आपने संवारा है, ये जग का पालनहारा है।।
क्या भरोसा है, इस जिंदगानी का, गुरु को याद कर, क्या सोचता है रे, अनमोल जीवन को, ना तू बर्बाद कर, सौप दे पतवार, सौप दे पतवार, फिर तो पास मे किनारा है ये जग का पालनहारा है।।
यहा कौन है तेरा, क्या साथ जायेगा, गुरु का ध्यान कर, ये व्यर्थ है काया, धोके की है माया, गुरु का ध्यान कर, बनवारी नादान, ओ बनवारी नादान क्यू, तूने गुरु को बिसारा है, ये जग का पालनहारा है।।
ले गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है, ये जग का पालनहारा है, लें गुरु का नाम, बंदे यही तो सहारा है।।
हमारे है श्री गुरुदेव, हमें किस बात की चिंता, चरण में रख दिया जब माथ, हमें किस बात की चिंता।।
ना खाने की ना पिने की, ना मरने की ना जीने की, मेरे स्वामी को रहती है, मेरी हर बात की चिंता, हमारे हैं श्री गुरुदेव, हमें किस बात की चिंता, चरण में रख दिया जब माथ, हमें किस बात की चिंता।।
किया करते हो तुम दिन रात क्यों, बिन बात की चिंता, रहे हर स्वास में भगवन, तेरे एक नाम की चिंता, हमारे हैं श्री गुरुदेव, हमें किस बात की चिंता, चरण में रख दिया जब माथ, हमें किस बात की चिंता।।
हुई इस दास पर किरपा, बनाया दास प्रभु अपना, उन्ही के हाथों में जब हाथ, हमें किस बात की चिंता, हमारे हैं श्री गुरुदेव, हमें किस बात की चिंता, चरण में रख दिया जब माथ, हमें किस बात की चिंता।।
हमारे है श्री गुरुदेव, हमें किस बात की चिंता, चरण में रख दिया जब माथ, हमें किस बात की चिंता।।
गुरुदेव तुम्हारी जय होवे, गुरुदेव तुम्हारी जय होवे।।
स्वर – भैया श्री कृष्णदास जी।
गुरुवर तुम्ही बता दो, किसकी शरण में जायें, किसके चरण में गिरकर, अपनी व्यथा सुनायें, गुरुवर तुम्हीं बता दो, किसकी शरण में जायें।bd।
अज्ञान के तिमिर ने, चारों तरफ से घेरा, क्या रात है प्रलय की, होगा नहीं सवेरा, पथ और प्रकाश दो तो, चलने की शक्ति पायें, गुरुवर तुम्हीं बता दो, किसकी शरण में जायें।bd।
जीवन के देवता का, करते रहे निरादर, कैसे करें समर्पित, जीवन की जीर्ण चादर, यह पाप की गठरिया, क्या खोलकर दिखायें, गुरुवर तुम्हीं बता दो, किसकी शरण में जायें।bd।
माना कपूत है हम, क्या रुष्ट रह सकोगे, मुस्कान प्यार अमृत, क्या दे नहीं सकोगे, दाता तुम्हारे दर से, जायें तो किधर जायें, Bhajan Diary Lyrics, गुरुवर तुम्हीं बता दो, किसकी शरण में जायें।bd।
गुरुवर तुम्ही बता दो, किसकी शरण में जायें, किसके चरण में गिरकर, अपनी व्यथा सुनायें, गुरुवर तुम्हीं बता दो, किसकी शरण में जायें।।
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
तेरे बिना मेरा है कौन यहाँ, प्रभु तुम्हे छोड़ मैं जाऊँ कहाँ, मैं तो आन पड़ा हूँ दर तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
मैंने जनम लिया जग में आया, तेरी कृपा से ये नर तन पाया, तूने किये उपकार घनेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
मेरे नैना कब से तरस रहे, सावन भादो है बरस रहे, अब छाए घनघोर अँधेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
प्रभु आ जाओ प्रभु आ जाओ, अब और ना मुझको तरसाओ, काटो जनम मरण के फेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
जिस दिन से दुनिया में आया, मैंने पल भर चैन नहीं पाया, सहे कष्ट पे कष्ट घनेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
मेरा सच्चा मारग छूट गया, मुझे पांच लुटेरों ने लूट लिया, मैंने यतन किये बहुतेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
मेरे सारे सहारे छूट गए, तुम भी गुरु मुझसे रूठ गए, आओ करने दूर अँधेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
मेरा कोई ना सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे, मेरा कोई न सहारा बिन तेरे, गुरुदेव सांवरिया मेरे।।
Singer : Rajkumar Vinayak
गुरु बिन कौन करे भव पारा, श्लोक – गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः, गुरु साक्षात् परब्रह्म, तस्मै श्रीगुरुवे नमः।।
गुरु बिन कौन करे भव पारा, कौन करे भव पारा, कौन करे भव पारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
जबसे गुरु चरणन में आयो, जबसे गुरु चरणन में आयो, दूर हुआ अँधियारा, दूर हुआ अँधियारा, दूर हुआ अँधियारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
गुरु पंथ निराला पगले, गुरु पंथ निराला पगले, चलत चलत जग हारा, चलत चलत जग हारा, चलत चलत जग हारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
चौरासी के बंधन काटे, चौरासी के बंधन काटे, बहा प्रेम की धारा, बहा प्रेम की धारा, बहा प्रेम की धारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
जड़ चेतन को ज्ञान सिखावे, जड़ चेतन को ज्ञान सिखावे, जिसमे है जग सारा, जिसमे है जग सारा, जिसमे है जग सारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
गुरु बिन कौन करें भव पारा, कौन करे भव पारा, कौन करे भव पारा, गुरु बिन कौन करे भव पारा।।
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