
29 अक्टूबर 2025 को क्या है? जानिए इस दिन का पंचांग, व्रत और पूजा का महत्व, शुभ-अशुभ समय और आराधना से जुड़ी खास जानकारी।
29 अक्टूबर 2025 का दिन आध्यात्मिक रूप से अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ, दान और जप-तप से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मकता और सौभाग्य की वृद्धि होती है। श्रद्धालु इस दिन विशेष रूप से देव आराधना कर मन की शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। इस लेख में जानिए 29 अक्टूबर 2025 का धार्मिक महत्व और इससे जुड़ी खास बातें।
क्या आप जानना चाहते हैं कि 29 अक्टूबर 2025 को कौन-सा व्रत और त्योहार है और यह दिन धार्मिक दृष्टि से क्यों खास है? 29 अक्टूबर 2025, बुधवार को शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। यह दिन धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है। विशेष रूप से इस दिन अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ होता है, जिसे घर और मंदिर में श्रद्धा के साथ किया जाता है। यह दिन शुभ कार्यों, पूजा और दान के लिए अत्यंत उत्तम माना जाता है।
पंचांग विवरण
महत्त्व और पूजा
सप्तमी व्रत
अष्टाह्निका विधान
दान और शुभ कर्म
पूजा विधि
प्रातः स्नान कर शुद्ध वस्त्र धारण करें।
सप्तमी या अष्टाह्निका विधि अनुसार पूजा स्थल पर देवी-देवताओं की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें।
दीप, धूप, पुष्प और फल अर्पित करें।
मंत्र और स्तुति का पाठ करें।
अंत में आरती कर जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मकता की प्रार्थना करें।
शुभ-अशुभ समय
सूर्य और चंद्र
ग्रह और राशि
निष्कर्ष
29 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ है। सप्तमी व्रत और अष्टाह्निका विधान प्रारम्भ करने से जीवन में समृद्धि, स्वास्थ्य, सकारात्मक ऊर्जा और सफलता प्राप्त होती है। साथ ही इस दिन किए गए दान और शुभ कर्मों से जीवन में सौभाग्य और खुशहाली बनी रहती है।
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